Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Book Pdf Download
All New hindi book pdf free download, गायत्री की २४ शक्तियाँ एवं उनके यंत्र-मंत्र | Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra download pdf in hindi | Pt. Shriram Sharma Acharya Books PDF| गायत्री की २४ शक्तियाँ एवं उनके यंत्र-मंत्र, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Book PDF Download Summary & Review.
पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
गायत्री भारतीय संस्कृति की जननी है। उसे आद्यशक्ति कहा गया है। ब्रह्माजी ने आकाशवाणी द्वारा प्राप्त इसी महामंत्र की आराधना करके सृष्टि बनाई और मनुष्यों में दिव्य चेतना जगाई। देवताओं और ऋषियों ने इसी की आराधना से परम पद पाया।
गायत्री को वेदमाता कहा गया है, क्योंकि उसकी व्याख्या में ज्ञान और विज्ञान के भाण्डागार वेद शास्त्रों की रचना हुई। गायत्री को देवमाता कहा गया है, क्योंकि उसका आश्रय लेने पर मनुष्य उत्कृष्टता, समर्थता और उदारता के देवीपम स्तर तक पहुँच सकता है। गायत्री विश्व माता है, क्योंकि उसमें विश्व कल्याण के समस्त सूत्रों का समावेश है।
गायत्री के चौबीस अक्षरों में २४ शक्तियाँ एवं सिद्धियाँ सनिहित है। इसे बीज मंत्र माना गया है। उनमें २४ ऐसी प्रेरणाएँ भरी हुई हैं जिन्हें अपनाने से व्यक्ति और विश्व को सुनिश्चित सुख-शान्ति का मार्ग मिल सकता है। इन अक्षरों में सन्निहित रहस्यों को शास्त्रकारों ने अनेक प्रतिपादनों द्वारा समझाया है। चौबीस अवतारों को लोलाएँ गायत्री के चौबीस अक्षरों में सत्रिहित प्रेरणाओं का व्यावहारिक रूप समझाती है। चौबीस देवताओं, चौबीस ऋषियों के स्वरूप, प्रकाश एवं अनुदानों का जो स्वरूप कथा पुराणों में मिलता है, वह प्रकारान्तर से गायत्री के चौबीस अक्षरों का ही रहस्योद्घाटन है। भगवान् दत्तात्रेय के चौबीस गुरु गायत्री के चौबीस बीजाक्षर ही हैं। ऋषि, महर्षि, राजर्षि, ब्रह्मर्षि और देवर्षि पाँचों वर्ग की उच्चस्तरीय साधनाएँ साधक को पाँच देवताओं का अनुग्रह प्रदान कराती हैं एवं उन्हीं के समतुल्य बनाती हैं। गायत्री के माध्यम से पाँच कोशों का अनावरण एवं पंच प्राणों को प्रचंड बनाने वाली महाकाली कुण्डलिनी का जागरण होता है। इन्हीं रहस्यों का संकेत गायत्री के पंचमुखी स्वरूप में किया गया है।
गायत्री मन्त्र को आत्मिक ऋद्धियों और भौतिक सिद्धियों का उद्गम केन्द्र बताया गया है। इन दो प्रयोजनों की पूर्ति करने की शक्ति से भरी-पूरी होने के कारण उसके दो नाम है- सावित्री और गायत्री। सावित्री को तप साधना और गायत्री को ऋतम्भरा प्रज्ञा कहा गया है। दोनों के समन्वय का नाम ब्रह्म विद्या है।
तत्त्वदर्शी महा-मनीषियों को गायत्री मन्त्र की क्षमता और प्रेरणा पर इतनी श्रद्धा थी कि उनने उसे विशिष्ठ व्यक्तियों की साधना तक ही सीमित न......
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
---|---|
Name of Book: | गायत्री की २४ शक्तियाँ एवं उनके यंत्र-मंत्र | Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra |
Author: | Pt. Shriram Sharma Acharya |
Total pages: | 206 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 75 ~ MB |
Download Status: | Available |
= हमारी वेबसाइट से जुड़ें = | ||
---|---|---|
Follow Us | ||
Follow Us | ||
Telegram | Join Our Channel | |
Follow Us | ||
YouTube चैनल | Subscribe Us |
About Hindibook.in
Hindibook.In Is A Book Website Where You Can Download All Hindi Books In PDF Format.
Note : The above text is machine-typed and may contain errors, so it should not be considered part of the book. If you notice any errors, or have suggestions or complaints about this book, please inform us.
Keywords: Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Book Pdf, Hindi Book Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Pdf Download, Hindi Book Free Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Book Pdf, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Book Pdf Free Download, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi E-book Pdf, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Ebook Pdf Free, Gayatri Ki 24 Shaktiya Evam Unke Yantra Mantra Hindi Books Pdf Free Download.