योग दिवाकर | YOGA DIWAKARA HINDI BOOK PDF FREE DOWNLOAD

Yoga Diwakara Hindi Book Pdf Download

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पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:

ऋषि मनीषा में योग को परम पुरुषार्थ की सिद्धि का हेतु माना गया है। व्यक्ति सभ्यता के उप: काल से ही अपने अभीष्ट के लिए नानाविध उपाय करता आया है किन्तु वह संसार के आवागमन से मुक्ति के प्रधान-उपाय के रूप में योग के महत्त्व को स्वीकारता रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रारंभिक काल में योग व्यक्ति के स्वास्थ्य- सिद्धि के उपाय के रूप में सामने आया होगा किन्तु स्वाध्याय और अन्य समस्त कार्यों में एकाग्रता के महत्व को कदाचित सर्वप्रथम स्वीकारा गया होगा। चरक इस बात की पुष्टि करते प्रतीत होते हैं कि जो व्यक्ति एकाग्रचित्त होकर निर्देशों का पालन अनुकरण करता है, वह लोगों को आरोग्यमय जीवन प्रदान करने वाला होता है और स्वयं भी धैर्यवान्, प्रखर, स्मरणशक्ति से सम्पन्न, बुद्धिमान् और धर्मशील होता है- इदमखिलमधीत्य सम्यगर्थान् विमृशति योऽविमनाः प्रयोगनित्यः। स मनुज सुखजीवितप्रदाता भवति धृति- स्मृति-बुद्धि-धर्मवृद्धः। (चरकसंहिता 12, 51)

इस प्रकार एकाग्रता का आशय कदाचित वैदिक ऋषियों ने सर्वप्रथम जाना होगा और उसी को कालान्तर में महर्षि पतंजलि ने योग की लक्षणात्मक परिभाषा के रूप में स्वीकृत किया योगश्च चित्तवृत्ति निरोधः। यह परिभाषा कोई एकाएक निर्धारित नहीं हुई होगी। ऐसा लगता है कि पूर्वकाल में मनीषियों की संगोष्ठियाँ- उपनिषद् ही किसी विषय पर सूक्ष्मतम परिभाषाएँ तय करती थीं। इसके लिए पर्याप्त वाद-विवाद होता था और उहाओं के तर्कसम्मत और प्रायोगिक तौर पर शमन के उपरान्त ही प्रस्तावों के आधार पर मतैक्य होता था। चरक आदि के ग्रन्थ सिद्ध करते हैं कभी हिमालय की कन्दराओं में ऋषियों के उपनिषद् प्राणियों के विभिन्न विषयों पर विचारपूर्वक निर्णय के स्तर पर पहुँचते थे विघ्नभूता यदा रोगाः प्रादुर्भूताः शरीरिणाम्। तपोपवासाध्ययनब्रह्मचर्यव्रतायुषाम् ।। तदा भूतेष्वनुक्रोशं पुरस्कृत्य महर्षयः। समेताः पुण्यकर्माणः पार्श्वे हिमवतः शुभे। (चरक सूत्रस्थानं 1, 6-7) कालान्तर में ऐसे आयोजन नैमिषारण्य में होने लगे थे और पुराणों के प्रणयन से लेकर व्याख्यान तक के लिए सूतादि वहीं पहुँचते थे।

Details of Book :-

Particulars

Details (Size, Writer, Dialect, Pages)

Name of Book:योग दिवाकर | Yoga Diwakara
Author:Ganpatrao Gopal Rao Barve
Total pages:432
Language: हिंदी | Hindi
Size:192 ~ MB
Download Status:Available


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