Tripurarnava Tantram Hindi Book Pdf Download
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पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
'त्रिपुरार्णव' तन्त्र त्रैपुर-सिद्धान्त का अत्यन्त अपूर्व ग्रन्थ है, जिसके प्रारम्भ में यह लिखा है कि यह एक बड़े ग्रन्थ का संक्षेप है। इसका पाठालोचनपूर्वक सम्पादन इस विश्वविद्यालय के सरस्वतीभवन पुस्तकालय की हस्तलिखित पाण्डुलिपियों के आधार पर हुआ है। मुख्यरूप से सरस्वतीभवन पुस्तकालय की पाण्डुलिपिसंख्या-९०६३७ को इसका आधार बनाया गया; क्योंकि यह मातृका अखण्डरूप से प्राप्त हुई। श्रीविद्या-क्रम के परिनिष्ठित विद्वान् तथा साधक श्रीसीताराम शास्त्री कविराज एवं डॉ. रुद्रदेव त्रिपाठी ने इसकी भूमिका लिखी है, जिसमें ग्रन्थवैशिष्ट्य और ग्रन्थ-विषयवस्तु का समुचित प्रतिपादन किया गया है। इस भूमिका से इस ग्रन्थ का गौरव बढ़ गया है। इस ग्रन्थ के उद्धरण, जैसा कि भूमिका में लिखा गया है, अनेक सुविख्यात तन्त्र ग्रन्थों में उपलब्ध हैं। श्रीविद्यार्णव में विशेषरूप से त्रिपुरार्णव का उल्लेख है। चूंकि यह विस्तृततर ग्रन्थ का संक्षिप्त रूप है, अतः यह स्वाभाविक है कि त्रिपुरार्णव के नाम से विख्यात अनेक उद्धरण इसमें न मिलते हों; किन्तु जिस प्रकार उपलब्ध 'स्वच्छन्दतन्त्र' विस्तृततर 'स्वच्छन्द- तन्त्र' का संक्षिप्तरूप है. उसी प्रकार 'त्रिपुरार्णवतन्त्र' भी, यह तन्त्रों के संकलन की परिपाटी है।
श्रीविद्यार्णव में मातृकार्णव, त्रिपुरार्णव, योगिनीहृदय-प्रभृति का विशेष उल्लेख है। मातृकार्णव की मातृका का नाम अभी तक जानकारी में नहीं है; किन्तु त्रिपुरार्णव में जो विषय है, उसके बारे में यही कहना पर्याप्त है कि उसकी उपासना परशुरामकल्पसूत्र के प्रतिपादन से कुछ अधिक विशद है। दीक्षाविधि का, नित्यसपर्याविधि का तथा पूर्णोपचार-पूजा विधि का वर्णन एवं मुद्राओं के लक्षण बहुत सटीक दिये गये हैं।
इस संस्करण में आथर्वण-मन्त्रों का ऐसा सङ्कलन है, जो रहोयाग के प्रसङ्ग में अन्यत्र नहीं प्राप्त होता। परिशिष्ट में त्रिपुरार्णव के नाम से सङ्गृहीत मन्त्रों को ग्रन्थोल्लेखपूर्वक दिया गया है, जिससे त्रिपुरार्णव की साधना-पद्धति के विस्तार का परिचय मिलता है।
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
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Name of Book: | त्रिपुरार्णवतन्त्रम् | Tripurarnava Tantram |
Author: | Dr. Shitala Prasad Upadhyaya |
Total pages: | 194 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 75 ~ MB |
Download Status: | Available |
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