Free Hindi Book Dori Ke Khel In Pdf Download
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पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
डोरी के कई उपयोग हैं। हम डोरी से पार्सल बांधते हैं और उससे थैले और जाल बुनते हैं। हरेक इंसान को बांधने के लिए डोरी या किसी अन्य चीज की जरूरत पड़ती है। यह 'अन्य चीज' दुनिया के भिन्न हिस्सों में अलग-अलग रूप ले सकती है। एस्कीमो सील मछली की चमड़ी की पतली पट्टियों से अपनी बर्फगाड़ी (स्लेज) और कुल्हाड़ी के हत्थे को बांधते हैं। स्थानीय लोग बरसों से पौधे के रेशों को बांटकर डोरी या रस्सी बनाते आए हैं। हम स्वयं भी इस प्रकार की डोरी का काफी उपयोग करते हैं। भारत में चीजों को बांधने के लिए सुतली का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है। ऑस्ट्रेलिया में कुछ आदिवासी महिलाओं के सिर के लंबे बालों की डोर बनाते हैं, जबकि कुछ अन्य आदिवासी कंगारुओं की नसों के तंतुओं से डोरी बनाते हैं।
सभी लोगों में एक आम आदत होती है-हाथ में जो चीज हो उससे खेलने की। बस में आप आराम से इस नजारे को देख सकते हैं जब लोग अपने टिकट को अलग-अलग तरह से मोड़ते हैं। इसी प्रकार लोग सुतली या डोरी को भी तरह-तरह से मोड़कर उसमें गांठें लगाते हैं।
आप आसानी से इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि कुछ आदिवासी एक मछली के जाल की मरम्मत कर रहे हैं। उनमें ये एक आदमी डोरी के एक छल्ले से कुछ बनाकर उससे खेल रहा है और अचानक उसका पड़ोसी आश्चर्यचकित होकर चिल्लाता है, 'वाह! तुमने डोरी से कितना सुंदर घर बनाया है।' उससे प्रेरित होकर कुछ लोगों ने शायद डोरी से उसी प्रकार का घर बनाने की कोशिश भी की हो। शायद इसी तरीके से दुनिया के लगभग 750 डोरी के खेलों का इजाद हुआ होगा।
हम एकदम निश्चित तौर से तो नहीं कह सकते पर दुनिया के सभी डोरी के खेलों का इजाद शायद इसी प्रकार हुआ होगा। आप दुनिया के किसी भी कोने में जाएं चाहें उत्तरी ध्रुव पर या फिर प्रशांत महासागर के किसी द्वीप पर-सभी जगह डोरी के खेल पाएंगे। एस्कीमो लोगों को सर्दी की लंबी स्याह रातों में काफी समय मिलता होगा, अकसर महीनों का, और खेलते-खेलते वे डोरी के खेलों में काफी माहिर हो गए होंगे। वे आसानी से आपको डोरी से हिरण, भालू और अन्य जानवर, पंछी, नाव आदि बनाकर दिखाएंगे। इसी प्रकार नवाहो और अपाशे (अमरीकी आदिवासी) आपको तंबुओं और छोटे जानवर जैसे, भेड़िये और खरगोश के नमूने बनाकर दिखाएंगे। इस प्रकार विभिन्न नस्लों ने डोरी के अलग-अलग चित्र इजाद किए और सचमुच यह बात एकदम स्वाभाविक भी लगती है कि भला एस्कीमो नारियल के पेड़ का चित्र कैसे बनाते अथवा आस्ट्रेलिया के आदिवासी उत्तरी ध्रुव पर रहने वाले भालू के चित्र कैसे बनाते?
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
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Name of Book: | डोरी के खेल | Dori Ke Khel |
Author: | Arvind Gupta |
Total pages: | 55 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 2.5 ~ MB |
Download Status: | Available |

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